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साल 2021 में गोरखपुर को मिलेंगी ये 21 नई सौगात..

गोरखपुरवासियों के लिए नया साल उम्मीदों से भरा है। इस साल तमाम विकास कार्य मूर्त रूप लेंगे। गोरखपुर जिला चिकित्सा, शिक्षा के साथ विकास का प्रमुख केंद्र बनकर उभरेगा। चिड़ियाघर जल्द ही आम जनता के लिए खुल जाएगा। खाद का उत्पादन शुरू हो जाएगा। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर की सुपर स्पेशियालिटी विंग भी काम करने लगेगी। फोरेंसिक लैब में जांचें होंगी। शहर के हर तरफ फोरलेन सड़कों का जाल होगा। मोहद्दीपुर से जंगलकौड़िया, असुरन चौक से महराजगंज और देवरिया फोरलेन का निर्माण पूरा हो जाएगा। दिसंबर 2021 तक गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन का निर्माण भी पूरा हो जाएगा। गोरखपुर से लखनऊ को जोड़ने वाली सड़क छह लेन की बन जाएगी। नए साल में ही कोरोना वायरस की चुनौती से निपटा जाएगा। इसकी तैयारी में स्वास्थ्य महकमा जुटा है। जनवरी या फिर फरवरी से कोरोना की वैक्सीन लग सकती है।


*चिड़ियाघर* का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। जल्द ही जानवर आएंगे, फिर लोकार्पण के साथ चिड़ियाघर को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। 221 करोड़ की लागत से बने प्राणि उद्यान का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 12 जनवरी को लोकार्पण कर सकते हैं। यह गोरखपुर के लिए सबसे बड़ी सौगात होगी। गोरखपुर के विनोद वन से सबसे पहले जानवर लाए जाएंगे। लखनऊ, कानपुर के साथ ही गुजरात के चिड़ियाघर से भी जानवर आएंगे।


*एम्स* अगस्त 2021 से एम्स गोरखपुर में गंभीर मरीजों का इलाज भी शुरू हो जाएगा। 750 बेड के सुपर स्पेशियालिटी विंग की शुरूआत नए साल में संभव है। ऐसा हुआ तो गोरखपुर, बस्ती और आजमगढ़ मंडल के साथ ही बिहार, नेपाल से आने वाले मरीजों को राहत मिलेगी। नए सत्र से ही एमबीबीएस की 100 सीटें भरी जाएंगी। अभी 50 सीटें हैं। दूसरी तरफ बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 500 बेड के बाल रोग चिकित्सा संस्थान की शुरूआत भी हो सकती है।


*खाद कारखाना* करीब ढाई दशक से बंद खाद कारखाने की जगह नया कारखाना जून 2021 तक शुरू हो जाएगा। फरवरी में ही इसका निर्माण पूरा हो जाता मगर कोविड-19 की वजह से लंबे समय तक काम ठप रखना पड़ा। हालांकि यूरिया का उत्पादन भले ही जून में शुरू हो मगर एचयूआरएल ने इसी साल से देश के दूसरे कारखानों से खाद मंगाकर यहां से बिक्री शुरू कर दी है। करीब सात हजार करोड़ की लागत से बन रहे इस खाद कारखाने से रोजाना 3850 मीट्रिक टन खाद का उत्पादन होगा। जापानी कंपनी टोयो इसका निर्माण करा रही है। इस कारखाने का 149.5 मीटर ऊंचा प्रिलिंग टॉवर दुनिया के सभी खाद कारखानों के प्रिलिंग टॉवर से ऊंचा है। जून 2016 में इसकी नींव पड़ी थी। अब तक 90 फीसदी से अधिक काम पूरा हो चुका है। जापान समेत देश के विभिन्न जगहों से आने वाली सभी मशीनें कारखाना परिसर में पहुंच चुकी हैं।

*रामगढ़ताल* को यूपी का पहला वेटलैंड घोषित किया जा चुका है। अब सुंदरीकरण का काम चल रहा है। ताल के हर तरफ बोल्डर पिचिंग का काम पूरा हो गया है। वाटर स्पोर्ट्स की तमाम सुविधाएं नए साल में मिलने लगेंगी। ताल के किनारे लंदन जैसा झूला लगाने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री को मिल चुका है।

*राजघाट* राप्ती नदी के तट को सुंदर बनाने का काम चल रहा है। 40 करोड़ रुपये की लागत से शहर और नौसड़ की तरफ घाटों का सुंदरीकरण कराया गया है। रामघाट ध्यान आकर्षित करता है। शवदाह गृह भी बनाया जा रहा है, जो आधुनिक तकनीक पर आधारित है। इसका लोकार्पण नए साल में होगा।

*फोरलेन* नए साल में फोरलेन का जाल बिछ जाएगा। मोहद्दीपुर-जंगलकौड़िया, असुरन-चौक से महराजगंज और गोरखपुर से देवरिया फोरलेन का निर्माण पूरा हो जाएगा। लोकार्पण के साथ यातायात व्यवस्था बेहतर हो जाएगी। गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन के एक तरफ का हिस्सा मार्च 2021 तक पूरा हो जाएगा। मुख्यमंत्री की सख्ती के बाद काम तेजी से चल रहा है। दूसरी तरफ की सड़क दिसंबर तक पूरी हो जाएगी। उधर, ट्रांसपोर्ट नगर से पैडलेगंज की सड़क छह लेन की बनेगी। इसका काम भी नए साल में शुरू हो जाएगा।


*गोरखपुर मेट्रो* करीब तीन साल की कवायद के बाद इस साल यूपी कैबिनेट ने गोरखपुर मेट्रो की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को अपनी मंजूरी दे दी। अब इसे केंद्र सरकार को भेज दिया गया है। वहां से हरी झंडी मिलते ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। यह नए साल में संभव है। गोरखपुर में मेट्रो दौड़ाने पर 4672 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 2024 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य है। तीन बोगियों वाली गोरखपुर मेट्रो दो कॉरीडोर से गुजरेगी। पहला श्यामनगर, बरगदवां होते हुए एम्स, मालवीय नगर व एमएमएमयूटी तक होगा तो दूसरा गुलरिहा, बीआरडी मेडिकल कॉलेज से कचहरी चौक, ट्रांसपोर्ट नगर होते हुए नौसड़ तक।


*एमएमएम यूनिवर्सिटी में बीफार्मा*

बीटेक की सीटें जेईई मेन से भरी जाएंगी। इसपर प्रबंध बोर्ड की मुहर लग चुकी है। विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द ही एनटीटी (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) को पत्र लिखेगा। इसमें नए शैक्षिक सत्र से बीटेक की सीटें जेईई मेन से भरने की मांग शामिल रहेगी। अभी सिर्फ 10 फीसद सीटें जेईई मेन से भरी जाती हैं। दूसरी तरफ 2021 से बीफार्मा की पढ़ाई भी कराई जाएगी। बीटेक की सीटें 120 से बढ़ाकर 180 और आईटी की 60 से बढ़ाकर 120 की जाएंगी। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस संचालित करने के लिए कैंब्रिज ब्रिटेन के आर्म लिमिटेड के साथ करार होगा। बीटेक कंप्यूटर साइंस, बीटेक आईटी और बीटेक इलेक्ट्रानिक्स के छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और साइबर सिक्योरिटी का विशेषज्ञ बनाया जाएगा।


*रेडीमेड गारमेंट का हब* रेडीमेड गारमेंट को एक जिला एक उत्पाद बनाया गया है। इसके साथ ही गारमेंट पार्क की स्थापना करने की कवायद शुरू कर दी गई है। 70 उद्यमियों ने निवेश की इच्छा जताई है। 50 एकड़ भूमि की मांग भी की गई है। रेडीमेट गारमेंट की 100 इकाइयां पहले से काम कर रहीं हैं। दूसरी तरफ गोरखपुर के परंपरागत टेराकोटा (मिट्टी की एक खास तरह की मूर्तियों) को जियोग्रैफिकल इंडिकेशन या जीआई टैग मिल गया है। यह भी एक जिला एक उत्पाद में शामिल है।


*अंतरराज्यीय बस टर्मिनल* लखनऊ से गोरखपुर शहर के एंट्री प्वाइंट कालेसर में पीपीपी मॉडल से अंतरराज्यीय बस टर्मिनल स्थापित किया जाएगा। गीडा बोर्ड बैठक में अंतरराज्यीय बस टर्मिनल को मंजूरी मिल चुकी है। साथ ही इसके लिए जमीन की तलाश में पूरी हो चुकी है। कालेसर में बस टर्मिनल बनने से काफी सहूलियत होगी और सभी फोरलेन मार्गों से आने वाली गाड़ियों के लिए कालेसर सेंटर प्वाइंट होगा।


*ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्र* चरगावां में बने संभागीय परिवहन विभाग के ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्र की सौगात नए साल में मिल जाएगी। इसके भूतल पर प्रयोगशाला, हल्के एवं भारी वाहनों के लिए दो सिम्युलेटर कक्ष, कर्मचारी कक्ष, पूछताछ केंद्र, कैंटीन, हॉस्टल बने हैं। प्रथम तल पर सेंटर हेड कक्ष, सर्विलांस कक्ष, सभागार, अभ्यर्थियों के लिए क्लास रूम, आईटी लैब और 100 लोगों की क्षमता का के लिए ऑडिटोरियम है। पूरा परिसर सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रहेगा। निर्माण पर 489.56 लाख रुपये खर्च हुए हैं।


*इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम* (आइटीएमएस) के तहत पहले 90 स्थानों पर ट्रैफिक सिग्नल और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। अभी नौ चौराहों गोलघर काली मंदिर, कचहरी चौराहा, बेतियाहाता चौराहा, नौसड़ तिराहा, मोहद्दीपुर, पैडलेगंज, रुस्तमपुर, ट्रांसपोर्टनगर और गणेश चौराहा शामिल हैं।


*चौरीचौरा कांड पर जारी होगा डाक टिकट*

14 जनवरी 2021 को खिचड़ी मेले के मौके पर डाक विभाग चौरीचौरा कांड के 100 वर्ष पूरे होने पर विशेष डाक टिकटों को जारी करेगा। मेले पर आधारित 10 हजार और चौरीचौरा कांड पर पांच हजार विशेष आवरण मुफ्त वितरित किए जाएंगे। यह पहला मौका है जब डाक विभाग की तरफ से अंचल की सांस्कृतिक धरोहरों व परंपराओं को सहेजने के लिए ऐसा किया जाएगा।


*गोरखपुर से चलेंगी तीन प्राइवेट ट्रेनें* देशभर में चलने वाली प्राइवेट ट्रेनों में से तीन गोरखपुर से चलेंगी। ये ट्रेनें गोरखपुर से बंगलुरु, नई दिल्ली और मुंबई के लिए चलाई जाएंगी। रेलवे बोर्ड ने इन ट्रेनों को चलाने की सैद्धांतिक सहमति दे दी है।


**गोविवि में पांच नए इंस्टीट्यूट व 13 सेंटर खुलेंगे* गोरखपुर विश्वविद्यालय में पांच नए इंस्टीट्यूट व 13 नए सेंटर खोले जाएंगे। पांच इंस्टीट्यूट में महायोगी गोरक्षनाथ ग्लोबल इंस्टीट्यूट फॉर कल्चरल एंड डेवलपमेंट स्टडीज, एडवांस मल्टीडिसीप्लिनरी इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशनल एंड रिसर्च, इंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट एंड बिजनेस स्टडीज इनक्यूबेशन इंस्टीट्यूट, सेंटर फॉर एक्सीलेंस फॉर इंस्टीट्यूट, सेंटर फॉर एक्सीलेंस इंस्टीट्यूट ऑफ होटल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट, इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स साइंसेज है। 60 से अधिक नए रोजगारपरक पाठ्यक्रम भी शुरू किए जाने हैं।

*शहर के बढ़ते दायरे के साथ विकास तेज होगा* जीडीए का दायरा बढ़ने के साथ ही विकास की राह आसान हो जाएगी। अब पिपराइच, मुंडेरा बाजार और पीपीगंज नगर पंचायत में भी विकास परियोजनाएं लांच की जा सकेंगी। प्राधिकरण का क्षेत्रफल अब 284.96वर्ग किलो मीटर से बढ़कर 641.73 वर्ग किलोमीटर हो गया है। राजस्व गांवों की संख्या 319 हो गई है। *मॉडल सड़क भी मिलेगी* नए साल पर शहरवासियों को एक मॉडल सड़क के रूप में तोहफा मिलेगा। रेल म्यूूजियम के बगल में मंदिर से लेकर सिंचाई विभाग के दफ्तर तक नौ मीटर चौड़ी व 800 मीटर लंबी सड़क का निर्माण तेजी से चल रहा है। सड़क के दोनों तरफ तीन-तीन फीट का फुटपाथ भी बनेगा। बगल में हरियाली होगी और आकर्षक लाइटें लगाई जाएंगी। दुघर्टना से बचने के लिए सफेद पट्टी के साथ ही कैट-आई (रिफलेक्टर बाक्स) लगाए जाएंगे।


*गीडा स्थानांतरित होगा आरटीओ कार्यालय* गीडा में परिवहन विभाग का आधुनिक कार्यालय बन कर तैयार है। नए साल में शहर से कार्यालय गीडा शिफ्ट कर दिया जाएगा। इसके निर्माण पर 573.8 लाख रुपये खर्च हुए हैं। नए साल में लोकार्पण संभव है।


*पूर्वोत्तर रेलवे को मिलेंगे 5196 नए रेलकर्मी* पूर्वोत्तर रेलवे को नए साल में 5196 नए रेलकर्मी मिल जाएंगे। ग्रुप सी में 1279 तथा ग्रुप सी में 3917 पदों पर भर्ती की जा रही है। इसके लिए भर्ती की परीक्षाएं 15 दिसंबर से शुरू हो गई हैं, जो जून 2021 तक चलेंगी।

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