सचिवालय कर्मी ने ट्रेन के आगे कूदकर किया सुसाइड, महिला अफसर पर लगाया देहव्यापार में फंसाने का आरोप
- bharat 24
- Mar 11, 2021
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लखनऊ के हसनगंज थानाक्षेत्र के रैदास मंदिर रेलवे क्रॉसिंग पर बुधवार सुबह सचिवालय में संविदा पर तैनात विशाल सैनी (26) ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। इससे पहले उसने पुलिस कंट्रोल रूम को खुद कॉल कर सूचना भी दी थी। सुसाइड नोट में विशाल ने महिला आईपीएस अफसर पर जिंदगी बर्बाद करने का आरोप लगाया है।
चांदगंज छपरतल्ला के अर्जुन सैनी के बेटे विशाल की खुदकुशी की सूचना पर मौके पर पहुंची अलीगंज, मड़ियांव और हसनगंज थाने की पुलिस डेढ़ घंटे तक सीमा विवाद में उलझी रही। मामला सोशल मीडिया पर आया तो अधिकारी हरकत में आए और तीनों थाना प्रभारियों को फटकार लगाई।
इसके बाद हसनगंज थाने को पोस्टमार्टम करवाने के आदेश दिया गया। इस दौरान परिजन, स्थानीय लोगों से पुलिस की नोकझोंक भी हुई। जानकारी मुताबिक विशाल के खुदकुशी करने की सूचना देने के बाद भी पुलिस अलर्ट नहीं हुई और तलाश तक नहीं शुरू की। कुछ देर बाद विशाल के ट्रेन के आगे कूदने की सूचना भी कंट्रोल रूम को मिल गई।
विशाल ने सुसाइड नोट में लिखा ‘मैं विशाल सैनी पुत्र अर्जुन सैनी पूरे होश में आत्महत्या कर रहा हूं, जिसकी जिम्मेदार आईपीएस प्राची सिंह हैं। उन्होंने मेरा कॅरिअर खराब कर दिया है। इससे मैं समाज में नजरें उठाकर नहीं चल पा रहा हूं। मुझे घुटन सी हो रही है। प्राची सिंह को कड़ी से कड़ी सजा होना चाहिए, जिससे वह निर्दोष लोगों को जेल न भेजें। मैं बेकसूर था मुझे सेक्स रैकेट में प्राची सिंह ने फंसाया है। मम्मी पापा अपना ख्याल रखना। आपका लाडला विशाल सैनी।’ सुसाइड नोट पर 10 मार्च की तारीख दर्ज हैं। इस पर विशाल ने अंग्रेजी में हस्ताक्षर किए हैं।
‘स्पा सेंटर में रंगेहाथ पकड़ा गया था विशाल’
एडीसीपी उत्तरी प्राची सिंह के मुताबिक इंदिरानगर व गाजीपुर में रहने वालों ने सूचना दी थी कि कॉलोनी के स्पा सेंटर में सेक्स रैकेट चलता है। मामला सही पाए जाने पर 13 फरवरी को छह स्पा सेंटरों पर छापा मारा गया। इसमें 15 युवक व 20 युवतियां रंगेहाथ पकड़े गए। कुछ लोग पुलिस देखकर भागते समय आसपास से पकड़े गए।
मामले में संलिप्तता न मिलने पर इन्हें छोड़ दिया गया। विशाल सैनी इंदिरानगर के स्पा सेंटर में रंगेहाथ पकड़ा गया था। पुलिस ने मौके से ढाई लाख रुपये भी बरामद किए थे। पुलिस ने स्पा सेंटर के अंदर रंगेहाथ पकड़े गए लोगों पर ही कार्रवाई की है। विशाल व उसके पिता के आरोप बेबुनियाद हैं।
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