वैश्विक महामारी कोविड-19 से जूझ रहें आमजन के बाद अब घोड़ों मे भी बरखोडिया मेलियाई नामक वायरस फैलने से उनकी जान पर बन आई है। गोंडा जिले के करनैलगंज तहसील इलाके में एक घोड़े में बरखोडिया मेलियाई नामक वायरस की पुष्टि होते ही उसे प्रोटोकॉल के तहत जहर का इंजेक्शन देकर मौत की नींद सुलाकर दफन करा दिया। इसके अलावा जिले के विभिन्न इलाकों मे पालतू व घुमंतु घोड़े के संपर्क में आने वाले जानवरों की सैंपलिंग शुरू हो गई है।
उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. सुरेश कुमार तिवारी ने बताया कि करनैलगंज कस्बे के बमपुलुस निवासी ईदू के 2 घोंडों की अचानक तबीयत बिगड़ी तो उसे मवेशी अस्पताल ले जाया गया।
जहां से उसका नमूना लिया गया। नमूने को हिसार एनआरसी लैब भेजा गया। जांच में पता चला कि एक घोड़ा बरखोडिया मेलियाई नामक खतरनाक वायरस से संक्रमित है। घोड़े को तत्काल पशुचिकित्सा विभाग की टीम ने पीपीई किट पहन कर नगर से बाहर ले जाकर पहले बेहोशी का इंजेक्शन दिया और बाद में जहर का इंजेक्शन देकर मौत के घाट उतार दिया गया। उसके बाद जेसीबी के मदद से गड्ढा खोदवाकर दफन कर दिया।
डॉ. तिवारी ने बताया कि घोड़े में पाया गया बरखोडिया मेलियाई नामक वायरस जानवरों से इंसानों में फैल सकता है। जिससे बहुत ही सावधानी पूर्वक संक्रमित घोड़े को मारकर दफन करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि पशु चिकित्सा विभाग में अलर्ट कर दिया गया है तथा संपर्क में आने वाले जानवरों की सेंपलिंग शुरू करा दी गई है।
घोड़े में पाए गए बरखोडिया मेलियाई नामक इस वायरस को लेकर अब प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। खुद एनिमल हसबेंडरी डिपाटर्मेंट आस-पास के सभी पालतू जानवरों की चेकिंग कर रहा है। अगर वायरस दूसरे जानवर में फैला हो तो उसे रोका जा सके। वहीं उन घोड़े के संपर्क में आने वाले लोगों को भी जांच कराने व सावधानी बरतने की हिदायत दी जा रही है। उन्होनें बताया कि घोड़े की प्रजातियों में घोड़े, खच्चर व गधों की भी जांच कराई जा रही है।
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