UP TET Certificate: उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UP TET) पास कर चुके 21 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। केंद्र की तरह ही अब उत्तर प्रदेश टीईटी का प्रमाणपत्र भी पूरी जिंदगी मान्य हो गया है। बता दें कि कुछ दिन पहले परीक्षा नियामक प्राधिकारी उत्तर प्रदेश प्रयागराज ने इसका प्रस्ताव योगी आदित्यनाथ सरकार को भेजा था, जिस पर अब मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने मुहर लगा दी थी। इसके बाद अब उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी) के आजीवन मान्य के लिए सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया। सचिव संजय कुमार उपाध्याय की ओर से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि "एनसीटीई के 9 जून 2021 के अनुसार 11 फरवरी 2011 के बाद उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता पास करने वाले अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र की वैधता अब पांच वर्ष की जगह आजीवन मान्य कर दिया गया है।" केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने तीन जून को ऐलान किया था कि टीईटी 2011 से जारी हो रहे प्रमाणपत्र आजीवन होंगे। ज्ञात हो कि इसके पहले प्रमाणपत्र सात साल और 2020 का ही आजीवन मान्य था। गौरतलब है कि प्राइमरी व जूनियर स्कूलों यानी कक्षा एक से आठ तक पढ़ाने के लिए टीईटी अनिवार्य होता है। यह सिर्फ पात्रता परीक्षा है। पात्रता आजीवन रहने पर अभ्यर्थियों को बार-बार परीक्षा में बैठने से मुक्ति मिलेगी और आवेदन शुल्क भी नहीं देना पड़ेगा। अभी हर अभ्यर्थी दो से तीन साल के अंतर पर टीईटी देता है कि यदि एक साल टीईटी न हो तो उसके प्रमाणपत्र की वैधता बनी रहे। बता दें कि कि उत्तर प्रदेश में शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ष में एक बार होती रही है। दस साल में आठ परीक्षाएं हो चुकी हैं और उनमें करीब 21 लाख से अधिक परीक्षार्थी सफल हुए हैं। शासन इस संबंध में अगले सप्ताह आदेश जारी कर सकता है। अभी तक यूपी टीईटी प्रमाणपत्र पांच वर्ष के लिए ही मान्य रहा है। इसके पहले 2012 में यूपी टीईटी नहीं हुई और 2020 की परीक्षा का नोटीफिकेशन इसी माह जारी होने के आसार हैं।
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