छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के बाद से 15 जवान लापता है। खबरों के अनुसार इस घटना में 8 जवान शहीद हो गए हैं और 30 जवान घायल हैं। बताते चलें कि सुकमा-बीजापुर सीमावर्ती इलाके पर शनिवार को सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। एनकाउंटर स्थल से 1 महिला नक्सली के शव को भी बरामद किया गया है।
शनिवार को बीजापुर जिले के तरेंम थाना क्षेत्र के जीवनागुड़ा इलाके में डीआरजी और सीआरपीएफ कोबरा बटालियन के जवानों की एक टुकड़ी पर नक्सलियों ने एंबुश लगाकर हमला कर दिया था। पुलिस की तरफ से दावा किया गया है कि घटना में 9 नक्सली भी मारे गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जताते हुए ट्वीट किया है कि मेरी संवेदनाएं छत्तीसगढ़ में माओवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए जवानों के परिवारों के साथ है।
वीर शहीदों की कुर्बानियों को कभी नहीं भुलाया जाएगा। घायल जवानों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।
घटना में शहीद हुए जवानों के नाम हैं दीपक भारद्वाज,रमेश कुमार जुर्री,नारायण सोढ़ी, रमेश कोरसा, सुभाष नायक, किशोर एन्ड्रीक, सनकुराम सोढ़ी, भोसाराम करटामी।
पुलिस उप महानिरीक्षक के अनुसार शुक्रवार रात को बीजापुर और सुकमा जिले से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की कोबरा बटालियन, डीआरजी और एसटीएफ के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान के लिए रवाना किया गया था। पुलिस की तरफ से बताया गया है कि शनिवार दोपहर लगभग 12 बजे बीजापुर-सुकमा जिले के सीमा पर मुठभेड़ की शुरुआत हो गयी। मुठभेड़ लगभग 3 घंटे तक चलती रही।उन्होंने बताया कि नक्सल विरोधी अभियान में बीजापुर जिले के तर्रेम, उसूर और पामेड़ से तथा सुकमा जिले के मिनपा और नरसापुरम से करीब दो हजार जवान शामिल थे।
गौरतलब है कि इससे पहले 23 मार्च को नक्सलियों ने नारायणपुर जिले में बारूदी सुरंग में विस्फोट कर बस को उड़ा दिया था। इस घटना में बस में सवार डीआरजी के पांच जवान शहीद हो गए थे।
पैरामिलिट्री की मदद के लिए एयर फोर्स उतरी
पैरामिलिट्री और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ के बाद 21 जवान मिसिंग बताए जाते हैं। उन्हें ढूंढने एयरफोर्स की मदद ली जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, भारतीय वायु सेना ने बचाव कार्य के लिए एमआई-17 हेलिकाप्टर सर्चिंग में लगाए हैं। बैकअप के लिए एक्स्ट्रा फोर्स भी मौजूद है। शहीद जवानों का पोस्टमार्टम रविवार को किया जा रहा है।
Comments