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जम्मू-कश्मीर पर क्या होगा फैसला?पीएम मोदी की मीटिंग में कौन सी पार्टी और नेता होंगे मौजूद जानें यहां




नई दिल्ली. जम्मू और कश्मीर (Jammu Kashmir) के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अध्यक्षता में गुरुवार को मीटिंग होगी. इस मीटिंग के लिए जम्मू और कश्मीर के नेता दिल्ली पहुंच गए हैं. इस बैठक की सूचना मिलने के बाद जम्मू और कश्मीर में भी गुपकर गठबंधन के नेताओं ने बैठक की. साल 2019 की 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 के कुछ प्रावधान और आर्टिकल 35ए को पूरी तरह से रद्द करने के बाद यह नेताओं की पीएम के साथ पहली बैठक है. हालांकि इस बैठक का कोई एजेंडा अब तक नहीं बताया गया लेकिन संभावना जताई जा रही है कि केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव और परिसीमन से जुड़ी चर्चा हो सकती है. आइए हम आपको बताते हैं कि इस बैठक में कौन से नेता और दल शामिल होंगे जो जम्मू और कश्मीर के नजरिए से अहम हैं


नेशनल कांफ्रेंस (एनसी)- पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की अगुवाई वाली NC पीपुल्स अलायंस फॉर गुप्कर डिक्लेरेशन (PAGD) का भी नेतृत्व करती है. इस संगठन को पिछले साल अनुच्छेद 370 की बहाली की मांग के लिए बनाया गया था. अब्दुल्ला बैठक में NC सांसद मोहम्मद अकबर लोन और हसनैन मसूदी के साथ शामिल होंगे. इस बैठक में शामिल होने का ऐलान करने के बाद फारुक ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि - 'आप सभी हमारे रुख के बारे में जानते हैं और इसे दोहराने की जरूरत नहीं है. हमारा पहले जो रुख था, वह अब भी है और आगे भी वही रहेगा.'


पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी)-


जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे की बहाली के लिए मुखर पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती बैठक में पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगी. मुफ्ती ने कहा है कि विशेष दर्जा बहाल होने तक वह चुनाव नहीं लड़ेंगी. उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर राज्य का विशेष दर्जा रद्द करने के 'अवैध' और 'असंवैधानिक' कदम को वापस लिए बगैर क्षेत्र में शांति बहाल नहीं हो सकती.



भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-


पार्टी की जम्मू-कश्मीर यूनिट के चीफ रविंदर रैना, निर्मल सिंह और कविंदर गुप्ता बैठक में भाजपा का प्रतिनिधित्व करेंगे. उन्होंने कहा कि विशेष दर्जा बहाल करने की पीएजीडी की मांग बेकार है. अनुच्छेद 370 को कोई बहाल नहीं कर सकता और इसे वापस लाने के झूठे वादे करने वाले राजनीतिक दल भावनात्मक राजनीति कर रहे हैं.


कांग्रेस-


कांग्रेस की ओर से पूर्व सीएम गुलाम नबी आजाद, तारा चंद और जम्मू-कश्मीर इकाई के प्रमुख गुलाम अहमद मीर बैठक में शामिल होंगे. मीर ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को पहले जैसा करने की दिशा में किसी भी बड़े या छोटे प्रयास का स्वागत किया जाएगा.


भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी)-


CPIM पार्टी PAGD की सहयोगी है. सर्वदलीय बैठक में शामिल होने वाले माकपा नेता और पीएजीडी के प्रवक्ता एवं माकपा नेता यूसुफ तारिगामी ने कहा, 'हमें कोई एजेंडा नहीं दिया गया है. हम बैठक में यह जानने के लिए शामिल होंगे कि केंद्र क्या पेशकश कर रहा है.'


जम्मू और कश्मीर पैंथर्स पार्टी (जेकेपीपी)-


JKPP नेता भीम सिंह ने कहा कि बैठक में उनकी पार्टी की प्राथमिक मांग यह होगी कि एक चुनी हुई सरकार बनाई जाए. उन्होंने पाकिस्तान के साथ बातचीत का समर्थन किया और कहा कि वह मोदी से अनुच्छेद 370 की बहाली के माध्यम से जम्मू-कश्मीर को फिर से एक करने के लिए अनुरोध करेंगे.


जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (जेकेपीसी)-


JKPC नेता सज्जाद लोन ने कहा कि वह मोदी को 'दर्द और पीड़ा की जमीनी हकीकत' के बारे में बताएंगे.


जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी-


पार्टी के नेता अल्ताफ बुखारी राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग का समर्थन किया है. जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त होने के बाद पार्टी का गठन किया गया था, उन्होंने कहा कि वह एजेंडा तय नहीं करना चाहते हैं. बुखारी ने कहा जम्मू-कश्मीर के लोगों की समस्याओं के बारे में अधिक चिंतित हैं.

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