देश में कोरोना की दूसरी लहर की तस्वीर बहुत अधिक भयानक हो चुकी है. गांव हो या शहर कोरोना के कहर से कोई अछूता नहीं है. कोरोना के इस संकट में देश की औद्योगिक इकाइयां आगे आ रही हैं. इस कड़ी में बजाज ऑटो सबसे आगे आई है. यह कंपनी दो पहिया और तिपहिया वाहनों का निर्माण करती है. कंपनी का कहना है कि अगर उसके किसी कर्मचारी की कोरोनो से मौत होती है तो उसके परिजनों को दो साल की सैलरी दी जाएगी. साथ ही उसके बच्चों की शिक्षा की जिम्मा भी कंपनी उठाएगी. कंपनी ने यह भी जानकारी दी है कि मेडिकल बीमा उसके परिवार को 5 साल तक के लिए बढ़ा दी जाएगी. यह सुविधा कंपनी की ओर से मिलने वाली सुविधाओं के इतर होगी.
दो लाख रुपये महीने दो साल तक दिए जाएंगे
सहायता पॉलिसी के अंतर्गत बजाज ऑटो कंपनी के कर्मचारी के परिजनों को दो साल तक 2 लाख रुपये की सहायता करती रहेगी.
साथ ही उसके बच्चों की ग्रेजुएशन तक की शिक्षा का इंतजाम करेगी. जिसके लिए एक लाख रुपये तक दो बच्चों के लिए सहायता दी जाएगी. कंपनी का कहना है कि 20 अप्रैल 2020 तक के सभी नियमित कर्मचारियों पर यह लागू होगा.
इंप्लॉयी सेंट्रिक कंपनी होने की वजह से कंपनी कर्मचारियों के लिए हर संभव मदद करने को तैयार है.
इसके पहले बोरोसिल लि. और बोरोसिल रिन्यूबल लि. ने इसकी घोषणा की थी. कंपनी ने कहा था कि अगर उसके किसी कर्मचारी की कोरोना से मौत हो जाती है तो उसके परिजनों को दो साल तक सैलरी दी जाएगी.
इसके अलावा, उसके परिवार के सदस्य को वो सारी सुविधाएं दी जाएंगी जो कर्मचारी को सेवा के दौरान मिल रही थीं. घर के गार्जियन की मौत हो जाने से बच्चों की मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था कंपनी की ओर से की जाएगी.
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