नाइजीरिया ने ट्विटर को सिखाया सबक, ट्विटर बैन करने के बाद भारतीय ऐप Koo को दी अपने देश में मंजूरी
- bharat 24
- Jun 10, 2021
- 2 min read
nigeria-joins-indias-koo-after-it-bans-twitter
माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर बैन लगाने के बाद नाइजीरियाई सरकार ने भारत के ‘Koo’ ऐप को शुरू करने की अनुमति दी है. नाइजीरिया के राष्ट्रपति के एक पोस्ट को हटाने से नाराज सरकार ने देश में ट्विटर को अनिश्चित काल के लिए बैन कर दिया है.
नाइजीरिया के सूचना और संस्कृति मंत्री लाई मोहम्मद ने कहा कि हमारी सरकार के लिए नाइजीरिया की संप्रभुता सबसे महत्वपूर्ण है. उन्होंने ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के आधिकारिक पंजीकरण पर जोर दिया. मंत्री लाई मोहम्मद ने कहा, “मुख्य बात यह है कि ट्विटर के पास नाइजीरिया में लाइसेंस होना चाहिए और ट्विटर को अपने मंच का उपयोग उन गतिविधियों के लिए करना बंद कर देना चाहिए जो नाइजीरिया के विकास या उसके कॉर्पोरेट अस्तित्व के प्रतिकूल हैं.”
नाइजीरिया के प्रसारण नियामक नेशनल ब्रॉडकास्टिंग कमीशन ने सभी स्थानीय रेडियो और टेलीविजन केंद्रों को ट्विटर के उपयोग को निलंबित करने का आदेश दिया है. नाइजीरिया में ट्विटर को बैन किए जाने के एक दिन बाद भारतीय कंपनी Koo ने नाइजीरिया में अपनी उपस्थित के बारे में ऐलान किया है. Koo के सीईओ अपरामेय राधेकृष्णा ने न केवल ऐप की सेवाएं नाइजीरिया में उपलब्ध होने की पुष्टि की बल्कि ये भी कहा कि इस ऐप को जल्द ही नाइजीरिया की स्थानीय भाषा में भी मुहैया कराया जाएगा.
Koo ऐप भारत की एक माइक्रोब्लॉगिंग साइट है, जहां पर यूजर्स 400 अक्षरों में अपनी बात को रख सकते हैं. कू ऐप पर भारतीय भाषाओं में लिखने का विकल्प है. यूजर्स ऑडियो, वीडियो भी शेयर कर सकते हैं.
कू के सह-संस्थापक ने किया नाइजीरिया सरकार का स्वागत
कू के सह-संस्थापक अप्रमेय राधाकृष्ण ने ट्वीट कर नाइजीरिया सरकार के आधिकारिक हैंडल पर 'हार्दिक स्वागत' किया। ऐप को स्थापित करने में अपने साथी मयंक बिदावक्ता को टैग करते हुए उन्होंने 'भारत से परे पंख फैलाने' वाले प्लेटफॉर्म के बारे में प्रसन्नता व्यक्त की।
Koo को मिली भारी-भरकम फंडिंग
इस बीच जानकारी मिली है कि Koo ऐप को 30 मिलियन डॉलर यानी कि 200 करोड़ रुपये से ज्यादा की भारी-भरकम फंडिंग भी मिली है. यह फंडिंग यूएस की इन्वेस्टमेंट फर्म टाइगर ग्लोबल द्वारा की गई है. बता दें कि टाइगर ग्लोबल के अलावा कू ऐप में Accel Partners, Kalaari Capital, Blume Ventures और Dream Incubator जैसी इन्वेस्टमेंट फर्म भी निवेश कर चुकी हैं. इनके अलावा कई और इन्वेस्टमेंट फर्म के साथ भी कंपनी की बात चल रही है.
आईटी नियमों को मानने के लिए ट्विटर तैयार
नए आईटी नियमों के अनुपालन को लेकर भारत सरकार के साथ वर्तमान में गतिरोध में शामिल प्रतिद्वंद्वी ट्विटर के बीच कू भी अपना आधार बढ़ा रहा है। जबकि फेसबुक, गूगल और टेलीग्राम नवीनतम दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए सहमत हो गए हैं। हालांकि, बुधवार को यह बताया गया कि ट्विटर ने एक नोडल संपर्क व्यक्ति और एक निवासी शिकायत अधिकारी की नियुक्ति करके नियमों का आंशिक अनुपालन शुरू कर दिया है।
Comments