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गोरखपुर में जंगल कौड़िया-जगदीशपुर फोरलेन पर स्थापित होगा लॉजिस्टिक पार्क




जंगल कौड़िया से जगदीशपुर के बीच प्रस्तावित फोरलेन पर लॉजिस्टिक पार्क स्थापित होगा। इस पार्क के जरिए नेपाल, बिहार से लेकर पूर्वांचल को कच्चे माल की उपलब्धता समय से होगी और आयात-निर्यात को बढ़ावा मिलेगा। एनएचएआई प्रस्तावित फोरलेन पर इसके लिए 500 से 600 एकड़ जमीन की तलाश कर रहा है।

जंगल कौड़िया से लेकर जगदीशपुर तक फोरलेन को केन्द्र सरकार की मंजूरी मिल गई है। 25 किमी लंबे फोरलेन के साथ ही गोरखपुर की करीब 81 किमी लंबी रिंग रोड बनकर तैयार हो जाएगी। रिंग रोड के दोनों तरफ ग्रेटर गोरखपुर के साथ ही औद्योगिक विकास की उम्मीदें परवान चढ़ रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल के बाद एनएचएआई के जिम्मेदार लॉजिस्टिक पार्क को लेकर जमीन की तलाश में जुट गए हैं।

भटहट-पीपीगंज मार्ग पर बांसस्थान के पास आयुष विश्वविद्यालय के लिए जमीन चिह्नित की गई है। इसी के इर्द-गिर्द 500 से 600 एकड़ में लॉजिस्टिक पार्क की स्थापना के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। इस पर करीब 600 करोड़ रुपये के निवेश की उम्मीद है।


निर्यात को बढ़ावा के साथ औद्योगिक विकास होगा


लॉजिस्टिक पार्क के वजूद में आने से नेपाल को निर्यात के साथ ही गीडा के औद्योगिक विकास को पंख लगेंगे। लॉजिस्टिक पार्क से कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की दूरी बमुश्किल 50 किमी होगी। वहीं लॉजिस्टिक पार्क रोड के साथ ही एयर से भी कनेक्ट होगा। इससे नेपाल के साथ कारोबारी रिश्ता मजबूत होगा।


आसान होगी उद्योगों को कच्चे माल की उपलब्धता


लॉजिस्टिक पार्क में कच्चे और तैयार माल के गोदाम बनेंगे। यहां बंदरगाह से आयात होकर आने वाली वस्तुओं को सुरक्षित रखा जा सकेगा। चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के पूर्व अध्यक्ष एसके अग्रवाल का कहना है कि 'ई-कामर्स कंपनियां लॉजिस्टिक पार्क का बेहतर इस्तेमाल कर रही हैं। जंगल कौड़िया से जगदीशपुर फोरलेन पर लॉजिस्टिक पार्क स्थापित होने से नेपाल, बिहार से पूर्वांचल की करीब 5 करोड़ आबादी को सीधा लाभ होगा। गीडा की फैक्ट्रियों में तैयार और कच्चा माल के भंडारण की दिक्कत इससे दूर होगी। गोरखपुर सिकंदराबाद की तर्ज पर विकसित होने को तैयार है।


रिंग रोड पर लिखी जा रही विकास की इबारत


गोरखपुर-लखनऊ मार्ग पर कालेसर से लेकर जगदीशपुर तक 37 किमी फोरलेन बन चुका है। वहीं कालेसर से जंगल कौड़िया तक भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण 537 करोड़ रुपये की लागत से 17.66 किमी बाईपास का निर्माण किया है। अब जंगल कौड़िया से लेकर जगदीशपुर तक 25 किमी फोरलेन बनने के साथ ही गोरखपुर का करीब 81 किमी लंबी रिंग रोड पूरी हो जाएगी। रिंग रोड के वजूद में आने के बाद बिहार, कोलकाता, लखनऊ से लेकर वाराणसी की तरफ आने और जाने वाली गाड़ियों को शहर में प्रवेश नहीं करना पड़ेगा। इससे ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी। रिंग रोड बनने से आईएसबीटी का सपना भी साकार होगा। विभिन्न प्रमुख शहरों के लिए बसें आईएसबीटी के लिए प्रस्तावित स्थल कालेसर से ही मिलेंगी।


जगदीशपुर से जंगल कौड़िया फोरलेन को लेकर केन्द्र की सैद्धांतिक मंजूरी के बाद शासन से औपचारिकता पूरी होनी है। जो अगले सप्ताह तक होने की उम्मीद है। इसी फोरलेन पर लॉजिस्टिक पार्क का प्रस्ताव भी तैयार किया जा रहा है।


सीएम द्विवेदी, परियोजना प्रबंधक, एनएचएआई

 
 
 

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